- RBI Governor Alert: RBI गवर्नर ने बैंकों को मौद्रिक नीति, वित्तीय स्थिरता और नई तकनीकों पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी, वैश्विक तनाव के मद्देनज़र |
- RBI Governor Alert: RBI गवर्नर ने नई दिल्ली में किया संबोधित
- RBI Governor Alert: रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैंकों को किस बात के लिए किया अलर्ट
- RBI Governor Alert: रेमिटेंस को बढ़ाना और कैपिटल फ्लो के समय को कम करने की बड़ी गुंजाइश है- शक्तिकांत दास
- RBI Governor Alert: क्या हैं RBI गवर्नर के सामने चुनौतियां
RBI Governor Alert: RBI गवर्नर ने बैंकों को मौद्रिक नीति, वित्तीय स्थिरता और नई तकनीकों पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी, वैश्विक तनाव के मद्देनज़र |
RBI Governor Alert: आज नई दिल्ली में आयोजित एक उच्च-स्तरीय सम्मेलन में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने “सेंट्रल बैंकिंग एट क्रॉसरोड” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। अपने संबोधन में उन्होंने बैंकों के कामकाज पर चर्चा करते हुए मौजूदा वैश्विक चुनौतियों का उल्लेख किया और बैंकों को सतर्क रहने की सलाह दी।
RBI Governor Alert: शक्तिकांत दास ने कहा कि वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों में अस्थिरता और बढ़ते तनाव के कारण, बैंकों को अपनी मौद्रिक नीति और वित्तीय स्थिरता पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने बैंकों को नई तकनीकों को अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि डिजिटलीकरण के इस दौर में साइबर सुरक्षा और डिजिटल फ्रॉड से बचाव के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
RBI Governor Alert: इसके अलावा, उन्होंने सामाजिक मीडिया के बढ़ते प्रभाव का जिक्र करते हुए कहा कि इसका उपयोग न केवल वित्तीय जागरूकता बढ़ाने के लिए किया जाना चाहिए, बल्कि इसे नियंत्रित और सुरक्षित रूप से संचालित करना भी जरूरी है ताकि गलत जानकारी का प्रसार रोका जा सके।उन्होंने बैंकों से आग्रह किया कि वे अपनी सेवाओं को और अधिक पारदर्शी बनाएं और ग्राहकों के साथ विश्वास बनाए रखें ताकि इस वैश्विक चुनौती के समय में वित्तीय स्थिरता बनी रहे।
RBI Governor Alert: RBI गवर्नर ने नई दिल्ली में किया संबोधित
नई दिल्ली में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने “RBI@90” पहल के तहत मुख्य भाषण दिया। उन्होंने कहा कि आज की वैश्विक अर्थव्यवस्था पहले की तुलना में कहीं अधिक एकीकृत हो गई है, जिसके कारण विभिन्न देशों की मौद्रिक नीतियों में बदलाव का असर पूंजी प्रवाह और विनिमय दरों पर स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है।
RBI Governor Alert: दास ने इस पर जोर दिया कि केंद्रीय बैंकों के बीच समन्वय और वैश्विक घटनाक्रमों पर सतर्कता बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि आर्थिक अस्थिरता तेजी से फैल सकती है। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि मौजूदा समय में एक्सचेंज रेट में उतार-चढ़ाव और कैपिटल फ्लो की अस्थिरता ने उभरती अर्थव्यवस्थाओं के सामने नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं।
RBI Governor Alert: RBI के 90 वर्षों की उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। दास ने इस अवसर पर भारतीय रिजर्व बैंक की लगातार बढ़ती भूमिका की सराहना की और भविष्य में चुनौतियों का सामना करने के लिए बैंकों को सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हमें इन बदलते आर्थिक परिवेश में मजबूती से आगे बढ़ना होगा।
RBI Governor Alert: रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैंकों को किस बात के लिए किया अलर्ट
दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैंकों को सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि बैंकों को किसी भी संभावित नकारात्मक स्थिति से निपटने के लिए अपने लिक्विडिटी बफर को मजबूत बनाए रखना चाहिए, ताकि पूंजी प्रवाह सुचारू रहे। गवर्नर ने इस पर जोर दिया कि बैंकों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रहते हुए भी अपनी वित्तीय स्थिरता बनाए रखनी होगी, जिससे किसी आपात स्थिति में वे प्रभावी ढंग से कार्य कर सकें और ग्राहकों का विश्वास बनाए रखें।
RBI Governor Alert: रेमिटेंस को बढ़ाना और कैपिटल फ्लो के समय को कम करने की बड़ी गुंजाइश है- शक्तिकांत दास
शक्तिकांत दास ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्रीय बैंकिंग को भविष्य में फिर से परिभाषित करने की जरूरत है, और इसके लिए तीन प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये तीन क्षेत्र हैं – मौद्रिक नीति, वित्तीय स्थिरता, और नई तकनीक। दास ने उल्लेख किया कि इन मुद्दों पर विशेष सत्र आयोजित किए गए हैं, जो आज के सम्मेलन के महत्वपूर्ण विषयों में से हैं। इन क्षेत्रों में सुधार और नवाचार, भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए महत्वपूर्ण होंगे, जिससे बैंकिंग प्रणाली अधिक स्थिर और प्रभावी हो सकेगी।
RBI Governor Alert: क्या हैं RBI गवर्नर के सामने चुनौतियां
अपने संबोधन में RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में संभावित कटौती पर संकेत दिया। इसके साथ ही उन्होंने बैंक ऑफ जापान और चीन के केंद्रीय बैंक द्वारा हाल ही में लिए गए फैसलों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इन वैश्विक घटनाक्रमों को ध्यान में रखते हुए भारत के केंद्रीय बैंक को भी सामूहिक खतरों और हितों को देखते हुए कदम उठाने की आवश्यकता है।
RBI Governor Alert: ग्लोबल इकोनॉमी की चुनौतियों के बीच, भारत को भी अपने आर्थिक हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी। दास ने कहा कि मौद्रिक नीति में स्थिरता बनाए रखना महत्वपूर्ण है, ताकि देश की अर्थव्यवस्था पर बाहरी दबाव कम हो सके।
RBI Governor Alert: 9 अक्टूबर को RBI की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद, दास ने नीतिगत दरों में किसी बदलाव की घोषणा नहीं की और रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया गया। यह कदम घरेलू आर्थिक स्थिति को स्थिर बनाए रखने और वैश्विक अस्थिरता से निपटने के लिए उठाया गया है। मौद्रिक नीति का यह संतुलन आर्थिक विकास और वित्तीय स्थिरता को बनाए रखने के प्रयासों का हिस्सा है।
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