Diwali trading: दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग का समय, स्थान और पूरी जानकारी – जानें यहां |

Diwali trading: दिवाली पर शेयर बाजार में अवकाश और मुहूर्त ट्रेडिंग की तारीख का स्टॉक एक्सचेंज ने किया ऐलान – जानें पूरी जानकारी|

Diwali trading: दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग का समय, स्थान और पूरी जानकारी – जानें यहां |
Diwali trading: दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग का समय, स्थान और पूरी जानकारी – जानें यहां |

Diwali trading: दिवाली का पर्व भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान रखता है, और हर साल इस मौके पर शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन किया जाता है। चाहे आप इस त्योहार को किसी भी दिन मना रहे हों, बीएसई और एनएसई ने मुहूर्त ट्रेडिंग और अवकाश से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस वर्ष दिवाली के उपलक्ष्य में 1 नवंबर को शेयर बाजार में अवकाश रहेगा, और इसी दिन मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन भी किया जाएगा।

Diwali trading: शेयर बाजार के इस विशेष सत्र के दौरान निवेशक शाम 6 बजे से 7 बजे तक ट्रेडिंग कर सकेंगे। बीएसई और एनएसई, दोनों ही प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज, हर साल दिवाली के इस विशेष दिन को परंपरागत रूप से मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए निर्धारित करते हैं। बीएसई द्वारा 20 अक्टूबर को जारी सर्कुलर में स्पष्ट रूप से बताया गया था कि इस बार मुहूर्त ट्रेडिंग की तिथि 1 नवंबर निर्धारित की गई है।

Diwali trading: मुहूर्त ट्रेडिंग का यह विशेष सत्र शुभ लाभ के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है, जहां निवेशक सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि की कामना के साथ शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते हैं। इस समय का महत्व निवेशकों और व्यापारियों के लिए खास होता है क्योंकि इसे नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के रूप में देखा जाता है। मुहूर्त ट्रेडिंग में किए गए निवेश को विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है, इसलिए हर साल बड़ी संख्या में निवेशक इस सत्र में भाग लेते हैं। अगर आप भी इस दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग का लाभ उठाना चाहते हैं, तो 1 नवंबर की शाम को अपने निवेश की योजना बना सकते हैं।

Diwali trading: स्टॉक एक्सचेंज की तरफ से जारी किए सर्कुलर के मुताबिक जानें सभी टाइमिंग

  • प्री-ओपनिंग सेशन शाम 5:45 बजे से शाम 6:00 बजे तक आयोजित होगा|
  • एक घंटे के स्पेशल ट्रेडिंग सेशन यानी मुहूर्त ट्रेडिंग का समय शाम 6 बजे से 7 बजे तक का तय किया गया है|
  • ब्लॉक डील विंडो शाम 5:30 बजे से शाम 5:45 बजे तक खुली रहेगी|
  • पीरीयोडिक कॉल ऑक्शन टाइमिंग शाम 6:05 बजे से शाम 6:50 बजे तक होगी|
  • बीएसई के मुताबिक अंतिम 10 मिनट में ऑर्डर एंट्री सेशन बंद हो जाएगा|
  • क्लोजिंग सेशन शाम 7 बजे से 7.10 बजे तक रहेगा|
  • पोस्ट क्लोजिंग अवधि शाम 7.10 बजे से शाम 7.20 बजे तक रहेगी|
Diwali trading: दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग का समय, स्थान और पूरी जानकारी – जानें यहां |
Diwali trading: दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग का समय, स्थान और पूरी जानकारी – जानें यहां |

Diwali trading: मुहूर्त ट्रेडिंग है क्या -जानिए यहां

Diwali trading: हिंदू पंचांग के अनुसार, दिवाली का दिन नए साल की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। इस शुभ दिन को निवेश और व्यापार के लिए अत्यंत अनुकूल माना जाता है, इसलिए शेयर बाजार में विशेष “मुहूर्त ट्रेडिंग” का आयोजन होता है। यह एक घंटे का सत्र होता है, जिसमें निवेशक नए संवत की शुरुआत करते हैं। इस वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग संवत 2081 के साथ आरंभ होगी, जो लक्ष्मी पूजन के बाद व्यापारिक उन्नति और समृद्धि की कामना के साथ की जाएगी।

Diwali trading: मुहूर्त ट्रेडिंग का यह विशेष सत्र निवेशकों के लिए नई शुरुआत का अवसर होता है, जहां वे अच्छे भविष्य और वित्तीय सफलता की कामना के साथ ट्रेडिंग करते हैं। डिजिटल युग में, कई निवेशक अपने घरों से ही ऑनलाइन ट्रेडिंग का लाभ उठाते हैं और इसी के साथ इस खास दिन का स्वागत करते हैं। यह परंपरा वित्तीय क्षेत्र में शुभता और समृद्धि के प्रतीक के रूप में मनाई जाती है, जिससे निवेशक अपनी वित्तीय यात्रा को सकारात्मक ऊर्जा के साथ आरंभ करते हैं।

Diwali trading: दिवाली के पर्व की टाइमलाइन में इस बार असमंजस

Diwali trading: इस वर्ष दिवाली के मुख्य पर्व, लक्ष्मी पूजन को लेकर कुछ असमंजस बना हुआ है। कई पंडितों और शास्त्रियों ने दिवाली के लिए शुभ मुहूर्त 31 अक्टूबर निकाला है, जबकि कुछ अन्य विद्वानों ने 1 नवंबर को लक्ष्मी पूजन करने की सलाह दी है। इस असमंजस के बीच, स्टॉक एक्सचेंज ने 1 नवंबर को मुहूर्त ट्रेडिंग का ऐलान कर सभी ट्रेडर्स का कन्फ्यूजन दूर करने की कोशिश की है।

Diwali trading: अगर आप भी इस दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग में भाग लेने का मन बना रहे हैं, तो आपको अपनी तैयारी करनी होगी। इस विशेष ट्रेडिंग सत्र में निवेशक अपनी धन की शुभारंभ की कामना के साथ शेयर बाजार में गतिविधियां करते हैं। यह एक घंटे का सत्र होता है, जो लक्ष्मी पूजन के बाद आयोजित किया जाता है, और इसमें ट्रेडर्स को शुभ लाभ की उम्मीद होती है।इसलिए, अगर आप इस परंपरा का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप 1 नवंबर को मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए तैयार हैं। इस मौके पर किए गए निवेश को विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है, जिससे आपके लिए यह अवसर महत्वपूर्ण हो जाता है।

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