- Kishor Poverty Elimination Pledge: ‘दो साल में आपकी गरीबी को धोकर बाहर निकाल देंगे’, झमाझम बारिश के बीच गरजे प्रशांत किशोर !
- Kishor Poverty Elimination Pledge: मधेपुरा में प्रशांत किशोर का जनसंग्रह
- Kishor Poverty Elimination Pledge: प्रशांत किशोर का भाषण और उनका संदेश
- Kishor Poverty Elimination Pledge: आगामी विधानसभा चुनाव की साजिश
- Kishor Poverty Elimination Pledge: PSIICS प्रणाली और सरकार की तैयारी
- Kishor Poverty Elimination Pledge: साइबर अपराध और सुरक्षा
- Kishor Poverty Elimination Pledge: जनता की सुरक्षा और जागरूकता
- Kishor Poverty Elimination Pledge: भविष्य की दिशा और सरकार की योजना
- Kishor Poverty Elimination Pledge: निष्कर्ष
- इससे भी पढ़े :-
Kishor Poverty Elimination Pledge: ‘दो साल में आपकी गरीबी को धोकर बाहर निकाल देंगे’, झमाझम बारिश के बीच गरजे प्रशांत किशोर !
मधेपुरा, बिहार — भारतीय राजनीति में अपनी सक्रियता और जनता के प्रति अपने अपूर्व समर्पण के लिए प्रसिद्ध प्रशांत किशोर इन दिनों अपनी जन सुराज पदयात्रा के दौरान बिहार के मधेपुरा जिले में हैं। अपनी इस यात्रा के दौरान, उन्होंने एक बार फिर से अपनी राजनीतिक ऊर्जा और जनता से जुड़े रहने की अपनी क्षमता को साबित किया है। विशेष रूप से जब मौसम ने उन्हें चुनौती दी, तो उन्होंने अपने समर्पण और दृढ़ता का प्रदर्शन किया। उनकी सभा में बारिश के बावजूद भीड़ का जुटना और उनका अभिभूत होना, यह दर्शाता है कि उनकी बातों का प्रभाव लोगों पर कितना गहरा है।
Kishor Poverty Elimination Pledge: मधेपुरा में प्रशांत किशोर का जनसंग्रह
आज, मधेपुरा में मौसम ने काफी खराबी दिखायी। तेज बारिश ने मौसम को गीला कर दिया था, लेकिन प्रशांत किशोर की सभा को सुनने और देखने के लिए हजारों लोग जमा हो गए थे। जब प्रशांत किशोर ने सभा को संबोधित करना शुरू किया, तो बारिश भी तेज हो गई। बावजूद इसके, सभा में जुटी भीड़ में कोई भी व्यक्ति सभा से जाने को तैयार नहीं था। लोग बारिश में भीगते हुए प्रशांत किशोर के भाषण को सुनते रहे। यह दृश्य दर्शाता है कि प्रशांत किशोर के प्रति लोगों की निष्ठा और उम्मीदें कितनी मजबूत हैं।
Kishor Poverty Elimination Pledge: प्रशांत किशोर का भाषण और उनका संदेश
Kishor Poverty Elimination Pledge: प्रशांत किशोर ने अपने भाषण में भीड़ के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, “मैं आपका मेरे प्रति यह प्यार का कर्ज कभी नहीं चुका पाऊंगा। आप जो आज बारिश में भीग रहे हैं, उसे विकास में बदलकर आने वाले 2 बरस में आपकी गरीबी को समाप्त कर दिया जाएगा। आप प्रशांत किशोर पर भरोसा रखें।” उन्होंने आगे कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद, बिहार में रोजगार की संभावनाएं बढ़ाई जाएंगी और जो लोग रोजगार के लिए बाहर गए हैं, उन्हें वापस लाकर राज्य में ही नौकरी दी जाएगी।
Kishor Poverty Elimination Pledge: प्रशांत किशोर ने यह भी स्पष्ट किया कि वह लोगों से वोट की अपील नहीं कर रहे हैं, बल्कि उन्हें यह समझाने आए हैं कि इस बार वे अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट करें। उनका संदेश सीधा और स्पष्ट था—बिहार की जनता को अपनी राजनीतिक प्राथमिकताओं पर विचार करना चाहिए और एक बेहतर भविष्य के लिए ठोस निर्णय लेना चाहिए।
Kishor Poverty Elimination Pledge: आगामी विधानसभा चुनाव की साजिश
Kishor Poverty Elimination Pledge: बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, और प्रशांत किशोर की यह पदयात्रा इस महत्वपूर्ण चुनावी समय में एक राजनीतिक बयार की तरह उभरी है। उनकी जन सुराज पदयात्रा ने कई सवाल खड़े किए हैं और यह देखना होगा कि आगामी चुनावों में उनकी यह लोकप्रियता किस प्रकार का प्रभाव डालेगी। प्रशांत किशोर का इस तरह की सार्वजनिक उपस्थिति और लोगों से सीधा संवाद करना एक संकेत है कि वह आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
जन सुराज यात्रा के दौरान भीषण बारिश में भी लोग प्रशांत किशोर का भाषण सुनते दिखे- सुनिए @PrashantKishor क्या कह रहे हैं। @NavbharatTimes #Jansuraj pic.twitter.com/eFUFxqlZig
— NBT Bihar (@NBTBihar) August 3, 2024
Kishor Poverty Elimination Pledge: PSIICS प्रणाली और सरकार की तैयारी
Kishor Poverty Elimination Pledge: सरकार ने अंतरराष्ट्रीय फ्रॉड कॉल्स से निपटने के लिए एक नई प्रणाली, PSIICS (Prevention of Spoofed Incoming International Call System), विकसित करने की योजना बनाई है। इस प्रणाली का उद्देश्य साइबर अपराधियों की गतिविधियों पर काबू पाना और लोगों को सुरक्षा प्रदान करना है। इस प्रणाली को लागू करने के लिए लगभग 50 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है। सरकार का लक्ष्य इस प्रणाली को जल्द से जल्द लागू करना है ताकि अंतरराष्ट्रीय फ्रॉड कॉल्स की समस्या से निपटा जा सके।
Kishor Poverty Elimination Pledge: साइबर अपराध और सुरक्षा
Kishor Poverty Elimination Pledge: साइबर अपराधियों द्वारा किए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय फ्रॉड कॉल्स लोगों को बहुत बड़े वित्तीय नुकसान का सामना करवा सकते हैं। ये अपराधी अक्सर पाकिस्तान और कंबोडिया जैसे देशों से कॉल करके सरकारी संस्थानों के नाम का उपयोग करके लोगों को धोखा देते हैं। इसके साथ ही, व्हाट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म पर भी इंटरनेशनल नंबरों से फर्जी कॉल्स की जा रही हैं, जहां लोगों को विभिन्न ऑफर और लॉटरी का झांसा दिया जाता है।
इन समस्याओं के समाधान के लिए, PSIICS प्रणाली लोगों को सुरक्षा प्रदान करेगी और इन साइबर अपराधियों की गतिविधियों को नियंत्रित करने में मदद करेगी। यह प्रणाली लोगों को अंतरराष्ट्रीय कॉल्स के जरिए होने वाले फ्रॉड से बचाने के लिए एक मजबूत सुरक्षा तंत्र प्रदान करेगी।
Kishor Poverty Elimination Pledge: जनता की सुरक्षा और जागरूकता
साइबर अपराधियों से बचने के लिए जनता को सतर्क रहना आवश्यक है। अज्ञात नंबरों से आने वाली कॉल्स का जवाब देने से पहले सोचना चाहिए और अपनी व्यक्तिगत या बैंकिंग जानकारी किसी के साथ साझा नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा, ऑफर और लॉटरी के झांसे से बचना चाहिए और किसी भी अज्ञात कॉल पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
Kishor Poverty Elimination Pledge: भविष्य की दिशा और सरकार की योजना
सरकार की योजना के अनुसार, PSIICS प्रणाली का कार्यान्वयन लोगों को बेहतर सुरक्षा प्रदान करेगा और साइबर अपराधियों की गतिविधियों को सीमित करेगा। इस प्रणाली के लागू होने के बाद, लोगों को सुरक्षित महसूस होगा और अंतरराष्ट्रीय फ्रॉड कॉल्स की समस्या में कमी आएगी। इसके साथ ही, जनता को अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहना होगा और किसी भी अज्ञात कॉल से बचने के उपाय अपनाने चाहिए।
Kishor Poverty Elimination Pledge: निष्कर्ष
बिहार के मधेपुरा में प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा और उनकी सभा ने यह दर्शाया है कि लोग उनकी बातों को गंभीरता से सुन रहे हैं और उनके प्रति विश्वास रख रहे हैं। वहीं, सरकार द्वारा पेश की गई PSIICS प्रणाली अंतरराष्ट्रीय फ्रॉड कॉल्स के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। इन दोनों घटनाओं के जरिए यह स्पष्ट हो जाता है कि जनता की सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।
Kishor Poverty Elimination Pledge: प्रशांत किशोर की पदयात्रा और PSIICS प्रणाली की तैयारी से यह उम्मीद की जा सकती है कि बिहार में आने वाले चुनावों में एक नई राजनीतिक ऊर्जा देखने को मिलेगी और साइबर अपराधियों के खिलाफ भी एक मजबूत सुरक्षा तंत्र तैयार किया जाएगा। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, जनता को राहत और सुरक्षा मिल सकेगी, और बिहार की राजनीतिक और सामाजिक स्थितियों में सुधार होगा।