- Kishor Party Vision: प्रशांत किशोर बोले; ‘साल भर में तय होगा हमारा मुकाम – अर्श या फर्श, लालू-नीतीश को जनता डर के कारण देती है वोट’ |
- Kishor Party Vision: पीके बोले- ‘या तो हम अर्श पर या फर्श पर…’
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- Kishor Party Vision: ‘मजबूरी में लालू-नीतीश को वोट कर रही जनता’
- Kishor Party Vision: ‘आरजेडी का उदय पतन सब जात पर ही हुआ’
- Kishor Party Vision: ‘वोट देना है दीजिए नहीं देना है मत दीजिए’
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Kishor Party Vision: प्रशांत किशोर बोले; ‘साल भर में तय होगा हमारा मुकाम – अर्श या फर्श, लालू-नीतीश को जनता डर के कारण देती है वोट’ |
Kishor Party Vision: जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर, बुधवार को अपनी नई पार्टी की घोषणा कर दी, जिससे बिहार की राजनीति में एक और नए दल का प्रवेश हो गया है। पार्टी के लॉन्च के बाद प्रशांत किशोर ने एबीपी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत की, जिसमें उन्होंने कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी। चुनाव की रणनीति पर बात करते हुए प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि वह अपनी पार्टी को किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ गठबंधन में शामिल नहीं करेंगे। उनका मानना है कि गठबंधन की राजनीति से आम जनता का विश्वास कम हो रहा है और जन सुराज का मकसद लोगों के बीच एक नई उम्मीद पैदा करना है।
Kishor Party Vision: उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी जनता के मुद्दों पर काम करेगी, खासकर शिक्षा, बेरोजगारी, और महिलाओं के सशक्तिकरण को प्राथमिकता देगी। प्रशांत किशोर ने विश्वास जताया कि अगले कुछ वर्षों में जन सुराज बिहार में एक मजबूत राजनीतिक विकल्प के रूप में उभरेगा।इस बातचीत के दौरान प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी बिना किसी डर और दबाव के पूरी ईमानदारी से जनता की सेवा करने का वादा करती है।
Kishor Party Vision: पीके बोले- ‘या तो हम अर्श पर या फर्श पर…’
प्रशांत किशोर ने घोषणा की है कि इस साल होने वाले चार विधानसभा उपचुनावों में जन सुराज पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें कहा कि यदि पार्टी 243 सीटों में से 130 सीटें भी नहीं जीत पाती है, तो वह इसे अपनी और जन सुराज की हार मानेंगे। प्रशांत किशोर ने जोर देते हुए कहा कि उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी और मेहनत इस अभियान में लगा दी है, और यदि परिणाम उम्मीद के अनुसार नहीं आते, तो यह उनके लिए एक व्यक्तिगत हार होगी।
Kishor Party Vision: उन्होंने आगे कहा कि आने वाले साल में देश देखेगा कि उनकी पार्टी या तो ऊंचाइयों पर होगी या फिर निचले स्तर पर। प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज पार्टी का लक्ष्य बिहार की राजनीति में एक बड़ा बदलाव लाना है, और वे इसके लिए पूरे समर्पण और मेहनत से काम कर रहे हैं। उन्होंने जनता से भी विश्वास जताने की अपील की और कहा कि आने वाले समय में उनकी पार्टी बिहार की जनता के लिए एक नई उम्मीद बनकर उभरेगी।
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Kishor Party Vision: ‘मजबूरी में लालू-नीतीश को वोट कर रही जनता’
Kishor Party Vision: प्रशांत किशोर ने एक बातचीत में बताया कि क्यों बिहार की जनता पिछले 30 वर्षों से लालू यादव और नीतीश कुमार को चुनती आ रही है। उन्होंने कहा कि लोग मजबूरी और डर के कारण वोट कर रहे हैं, न कि इन्हें पसंद करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि लालू के डर से लोग बीजेपी को वोट देते हैं, और बीजेपी के डर से लालू को। इस स्थिति में जन सुराज ने एक नया विकल्प देने की कोशिश की है, और अब यह जनता पर निर्भर है कि वे क्या चुनते हैं। प्रशांत किशोर ने दावा किया कि जनता की सही पसंद जन सुराज हो सकती है।
Kishor Party Vision: शराबबंदी के मुद्दे पर पीके ने कहा कि इससे बिहार को कोई लाभ नहीं हो रहा है। उनका मानना है कि शराबबंदी बस नाम की है, जबकि हकीकत में होम डिलीवरी हो रही है, जिससे राज्य को 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वे शराबबंदी को हटाकर इस पैसे का उपयोग बिहार में नई और आधुनिक शिक्षा व्यवस्था खड़ी करने के लिए करेंगे, ताकि युवाओं को बेहतर शिक्षा के लिए बाहर न जाना पड़े और बिहार में ही विश्वस्तरीय शिक्षा मिले।
Kishor Party Vision: ‘आरजेडी का उदय पतन सब जात पर ही हुआ’
Kishor Party Vision: प्रशांत किशोर से पूछा गया कि आरजेडी बार-बार उन्हें ‘प्रशांत किशोर पांडेय’ क्यों कहती है? क्या इसका मतलब यह है कि सवर्णों का बिहार की राजनीति में कोई स्थान नहीं है, या फिर उन्हें मुस्लिम समुदाय का समर्थन मिल रहा है, इसलिए आरजेडी इस तरह के बयान दे रही है? इस पर प्रशांत किशोर ने साफ जवाब दिया कि यह आरजेडी की मानसिकता और संस्कार का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि आरजेडी का उत्थान और पतन, दोनों ही जातिवादी राजनीति पर आधारित रहे हैं। आरजेडी वाले जाति से आगे कुछ नहीं देख सकते और न ही समझ सकते हैं।
प्रशांत किशोर ने लालू यादव और तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वे कभी यह नहीं कहते कि यादव समाज का सबसे काबिल व्यक्ति मुख्यमंत्री बनेगा। उनका ध्यान सिर्फ अपने परिवार तक सीमित है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि लालू यादव के शासनकाल में कितने यादव परिवार के बच्चे आईएएस, प्रोफेसर या डॉक्टर बने? इस तरह प्रशांत किशोर ने यह स्पष्ट किया कि आरजेडी की राजनीति केवल जाति और परिवार तक सीमित है, और जन सुराज का लक्ष्य इससे हटकर जनता के वास्तविक मुद्दों पर काम करना है।
Kishor Party Vision: ‘वोट देना है दीजिए नहीं देना है मत दीजिए’
Kishor Party Vision: प्रशांत किशोर ने कहा कि यदि बिहार में भूमिहीनता खत्म करनी है, तो इसके लिए भूमि सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जन सुराज वही बातें कहेगा जो सही हैं, चाहे लोग इसे पसंद करें या नहीं। प्रशांत किशोर ने कहा, “अगर आपको हमें वोट देना है, तो दीजिए, नहीं देना है तो मत दीजिए।” उन्होंने वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि लोग लालू यादव या नरेंद्र मोदी के उम्मीदवारों को मजबूरी में चुनते हैं, भले ही वे उम्मीदवार खराब हों।
Kishor Party Vision: जन सुराज की खास बात यह होगी कि जनता खुद अपने उम्मीदवार चुनेगी। प्रशांत किशोर ने यह भी घोषणा की कि अगर कोई विधायक चुनाव जीतने के बाद जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता, तो उसे “राइट टू रिकॉल” की नीति के तहत हटाया जा सकेगा। इसका मतलब यह है कि जिस तरह जनता विधायक को चुनती है, उसी तरह जनता ही उसे उसके कामकाज पर सवाल उठाते हुए हटा भी सकेगी। प्रशांत किशोर ने कहा कि उनकी पार्टी लोगों को असली शक्ति देने का काम करेगी, ताकि राजनीति में जवाबदेही बढ़े और जनता के मुद्दे प्राथमिकता बनें।