Deputy CM refusal: क्या सम्राट चौधरी की निगाहें मुख्यमंत्री पद पर हैं, जबकि वह दोबारा डिप्टी सीएम बनने से इनकार कर रहे हैं?

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  1. Deputy CM refusal: सम्राट चौधरी से 5 देश रत्न मार्ग आवास पर पत्रकारों ने पूछे कई सवाल, उनके जवाबों ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है।

Deputy CM refusal: सम्राट चौधरी से 5 देश रत्न मार्ग आवास पर पत्रकारों ने पूछे कई सवाल, उनके जवाबों ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है।

Deputy CM refusal: क्या सम्राट चौधरी की निगाहें मुख्यमंत्री पद पर हैं, जबकि वह दोबारा डिप्टी सीएम बनने से इनकार कर रहे हैं?
Deputy CM refusal: क्या सम्राट चौधरी की निगाहें मुख्यमंत्री पद पर हैं, जबकि वह दोबारा डिप्टी सीएम बनने से इनकार कर रहे हैं?

Deputy CM refusal: बिहार के सियासी गलियारों में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के एक बयान ने हलचल मचा दी है। हाल ही में, सम्राट चौधरी ने 5 देश रत्न मार्ग आवास में शिफ्ट किया, जो कि राजनीतिक रूप से विवादास्पद रहा है। गौरतलब है कि 2015 से अब तक इस बंगले में रहने वाले किसी भी डिप्टी सीएम ने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया है। जब सम्राट चौधरी से इस विषय पर सवाल पूछा गया कि क्या वह इस बंगले में रहकर कार्यकाल पूरा कर पाएंगे, तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि वह दोबारा डिप्टी सीएम नहीं बनना चाहते।

Deputy CM refusal: चौधरी ने कहा, “बंगला विवादित नहीं होता, लोग विवादित होते हैं। मेरे लिए बिहार का विकास सबसे महत्वपूर्ण है।” उनके इस बयान ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब यह चर्चा का विषय है कि यदि सम्राट चौधरी डिप्टी सीएम नहीं बनना चाहते, तो फिर उनका लक्ष्य क्या है? क्या वह मुख्यमंत्री बनने की योजना बना रहे हैं, या फिर किसी और राजनीतिक भूमिका की तलाश में हैं? इस सवाल ने बिहार की राजनीतिक स्थिति को और भी दिलचस्प बना दिया है।

Deputy CM refusal: सम्राट चौधरी ने क्या कहा?

Deputy CM refusal: डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बिहार में व्याप्त आसुरी ताकतों का जिक्र करते हुए कहा कि हमें इन्हें राज्य से बाहर निकालना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका लक्ष्य असत्य को हराना और बिहार को विकास की दिशा में आगे बढ़ाना है। चौधरी ने कहा, “हमारे लिए यह सरकारी घर कोई मायने नहीं रखता। मैं अपने माता-पिता के साथ अपने निजी घर में रहता हूं, लेकिन जब मैं इस सरकारी आवास में हूं, तो यहां मैं सरकारी काम करूंगा।”

Deputy CM refusal: उन्होंने बिहार के विकास को अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा कि यह हमेशा से महत्वपूर्ण रहा है और भविष्य में भी रहेगा। चौधरी का यह बयान राज्य में राजनीतिक स्थिरता और विकास की दिशा में उनकी गंभीरता को दर्शाता है। उनका मानना है कि सही दिशा में काम करने से बिहार को एक नई पहचान मिलेगी। उनके विचार से, केवल विकास ही नहीं, बल्कि असत्य और आसुरी शक्तियों का सामना करना भी आवश्यक है। सम्राट चौधरी की यह सोच बिहार के लोगों के लिए प्रेरणादायक है और यह दर्शाती है कि वे सच्चे दिल से अपने राज्य के लिए काम करने के प्रति प्रतिबद्ध हैं।

Deputy CM refusal: क्या सम्राट चौधरी की निगाहें मुख्यमंत्री पद पर हैं, जबकि वह दोबारा डिप्टी सीएम बनने से इनकार कर रहे हैं?
Deputy CM refusal: क्या सम्राट चौधरी की निगाहें मुख्यमंत्री पद पर हैं, जबकि वह दोबारा डिप्टी सीएम बनने से इनकार कर रहे हैं?

Deputy CM refusal: चर्चा में रहता है 5 देश रत्न मार्ग आवास 

Deputy CM refusal: विजयादशमी के पर्व पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने 5 देशरत्न मार्ग स्थित सरकारी बंगले में गृह प्रवेश किया। इस विशेष अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई अन्य राजनीतिक नेता भी शामिल हुए। सम्राट चौधरी का यह कदम उनके लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, खासकर जब से उन्होंने डिप्टी सीएम का पद संभाला है।

Deputy CM refusal: इस बंगले में पहले आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव निवास करते थे। हालांकि, उन्हें अपने पद से इस्तीफा देने के बाद यह बंगला खाली करना पड़ा। इसके बाद, सम्राट चौधरी को यह बंगला आवंटित किया गया। इस बीच, बंगले को लेकर राजनीतिक विवाद भी देखने को मिला। तेजस्वी यादव पर आरोप लगे कि उन्होंने बंगले का सारा सामान अपने साथ ले गए हैं, जिसे लेकर काफी हंगामा हुआ। आरजेडी ने इन आरोपों को घटिया राजनीति का हिस्सा करार दिया और इसे राजनीतिक प्रतिशोध का परिणाम बताया।

Deputy CM refusal: सम्राट चौधरी के गृह प्रवेश के इस मौके पर प्रदेश की राजनीतिक स्थिति में नई हलचल देखने को मिल रही है। यह देखा जाएगा कि क्या सम्राट चौधरी इस बंगले में अपने कार्यकाल के दौरान बिहार की राजनीतिक स्थिरता और विकास के लिए कुछ नया कर पाते हैं। यह घटना बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, जहां एक ओर सम्राट चौधरी नए सिरे से कार्य शुरू कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर तेजस्वी यादव पर उठ रहे सवालों ने सियासी गर्मी को और बढ़ा दिया है।

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डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने 5 देश रत्न मार्ग आवास में प्रवेश किया, बोले- मेरे लिए घर का कोई महत्व नहीं है

Deputy CM refusal: डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने हाल ही में 5 देश रत्न मार्ग आवास में शिफ्ट होने के बाद कहा कि वह आज भी अपने माता-पिता के साथ एक छोटे से घर में रहते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिहार का तेजी से विकास उनकी प्राथमिकता है। पटना स्थित यह सरकारी बंगला पिछले एक हफ्ते से राजनीतिक सुर्खियों में रहा है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस बंगले को खाली किया था, जिसके बाद बीजेपी ने आरोप लगाया कि तेजस्वी ने कई कीमती सामान उखाड़कर ले गए हैं।

Deputy CM refusal: क्या सम्राट चौधरी की निगाहें मुख्यमंत्री पद पर हैं, जबकि वह दोबारा डिप्टी सीएम बनने से इनकार कर रहे हैं?
Deputy CM refusal: क्या सम्राट चौधरी की निगाहें मुख्यमंत्री पद पर हैं, जबकि वह दोबारा डिप्टी सीएम बनने से इनकार कर रहे हैं?

Deputy CM refusal: हालांकि, तेजस्वी यादव ने इन आरोपों को निराधार बताया। भवन निर्माण विभाग अब तक यह स्पष्ट नहीं कर पाया है कि क्या वास्तव में कोई सामान गायब हुआ है या नहीं। शनिवार को सम्राट चौधरी ने 5 देश रत्न मार्ग पर अपना गृह प्रवेश किया, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सांसद ललन सिंह, गिरिराज सिंह और एनडीए के अन्य कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। इस गृह प्रवेश के दौरान सम्राट चौधरी ने एक बार फिर बिहार के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया, जो उनके कार्यकाल का मुख्य फोकस होगा।

Deputy CM refusal: सम्राट चौधरी ने तेजस्वी पर कसा तंज

Deputy CM refusal: डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि उनके लिए घर का कोई महत्व नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया, “मैं आज भी अपने माता-पिता के साथ एक छोटे से घर में रहता हूं,” और जोर देकर कहा कि बिहार का तेजी से विकास उनकी प्राथमिकता है।

Deputy CM refusal: आरजेडी उपाध्यक्ष तनवीर हसन द्वारा उठाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए चौधरी ने कहा कि यह लोग तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल विशेष समुदाय को खुश करने के लिए इस तरह की बातें कर रहे हैं। सम्राट चौधरी ने बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में हिंदुओं के खिलाफ हुए अत्याचारों का उल्लेख करते हुए सवाल किया कि कांग्रेस और आरजेडी इन मुद्दों पर चुप क्यों हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मुद्दों पर स्पष्टता लाने की जरूरत है और राजनीतिक स्वार्थ के लिए तथ्यों को छुपाना ठीक नहीं है। चौधरी का यह बयान बिहार की राजनीतिक स्थिति में नए सवाल उठाता है और यह दर्शाता है कि वह विकास के साथ-साथ सामाजिक न्याय के मुद्दों पर भी गंभीर हैं।

‘जानबूझकर कराई जा रही ट्रेन दुर्घटनाएं’

Deputy CM refusal: मैसूर से दरभंगा आ रही बागमती एक्सप्रेस ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने पर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि रेलवे ट्रैक पर जानबूझकर ट्रेन दुर्घटनाएं कराई जा रही हैं और इसकी उचित जांच की जाएगी। ललन सिंह ने इस घटना को एक गंभीर मुद्दा मानते हुए कहा कि सभी पहलुओं की जांच होनी चाहिए ताकि सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।

Deputy CM refusal: इस बीच, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा नीतीश कुमार से बीजेपी से गठबंधन तोड़ने की अपील पर ललन सिंह ने कहा कि “मुलायम सिंह की आत्मा कराह रही है।” उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि जिस कांग्रेस के खिलाफ मुलायम सिंह ने संघर्ष करके अपनी पहचान बनाई, उसी कांग्रेस की गोद में अब अखिलेश यादव बैठे हुए हैं।

ललन सिंह ने स्पष्ट किया कि बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन अटूट है और इस पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए। उनका यह बयान बिहार की राजनीतिक स्थिति को लेकर कई सवाल खड़े करता है और यह दर्शाता है कि वे अपने गठबंधन को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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