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Bihar Land Reforms: बिहार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में बड़े स्तर पर 146 अधिकारियों का तबादला |

Bihar Land Reforms: बिहार में भूमि सर्वे के दौरान शिकायतों के बाद सरकार का बड़ा कदम, राजस्व विभाग के 146 अधिकारियों का तबादला |

Bihar Land Reforms: बिहार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में बड़े स्तर पर 146 अधिकारियों का तबादला |
Bihar Land Reforms: बिहार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में बड़े स्तर पर 146 अधिकारियों का तबादला |

Bihar Land Reforms: बिहार की राजधानी पटना में सरकार ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। राज्य में चल रहे भूमि सर्वे के बीच, सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए विभाग के 146 अधिकारियों का तबादला किया है। यह फेरबदल भूमि सर्वे के दौरान मिल रही शिकायतों के मद्देनजर किया गया है।

अधिकारियों के स्थानांतरण को सरकार का सख्त और अहम निर्णय माना जा रहा है, जिससे यह संकेत मिलता है कि सरकार भूमि सुधार प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इन तबादलों का उद्देश्य विभागीय कार्यक्षमता को सुधारना और भूमि सर्वे में आ रही समस्याओं को दूर करना है। इससे उम्मीद जताई जा रही है कि भूमि सर्वे से जुड़े कार्यों में तेजी आएगी और आम जनता की शिकायतों का समाधान भी जल्द होगा।

एक्शन मोड में है बिहार सरकार 

Bihar Land Reforms: बिहार सरकार भूमि सर्वे के मामले में एक्शन मोड में है और इस दिशा में लगातार कदम उठा रही है। हाल ही में 146 अधिकारियों के तबादले का मुख्य कारण भूमि सर्वे के दौरान सामने आई गड़बड़ियों को सुधारना बताया जा रहा है। भूमि सर्वेक्षण के दौरान मिल रही शिकायतों के बाद सरकार ने यह कठोर कदम उठाया है, जिससे सर्वे प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाया जा सके।

Bihar Land Reforms: सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में कई जिलों के राजस्व अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है। इसके अलावा, कई सहायक बंदोबस्त पदाधिकारियों का भी तबादला किया गया है, ताकि भूमि सर्वेक्षण के काम में तेजी और निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सके। इन तबादलों का उद्देश्य सर्वे प्रक्रिया में सुधार लाकर जनता की शिकायतों का समय पर निवारण करना है। सरकार का यह कदम न केवल भूमि सुधार के क्षेत्र में प्रगति की दिशा में एक बड़ा प्रयास है, बल्कि यह यह भी सुनिश्चित करता है कि भूमि सर्वेक्षण में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो और जनता को सही जानकारी मिले।

Bihar Land Reforms: बिहार में 20 अगस्त से भूमि सर्वेक्षण का कार्य जारी है, जिसके चलते कई लोगों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सर्वे के दौरान कई स्थानों पर गड़बड़ियों और शिकायतों की सूचना मिल रही थी, जिससे लोगों में असंतोष बढ़ रहा था। हालांकि, विभाग इन दिक्कतों को दूर करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है और समस्याओं का समाधान करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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Bihar Land Reforms: सरकारी अधिकारी लगातार सर्वेक्षण प्रक्रिया की निगरानी कर रहे थे, ताकि लोगों की परेशानियों को कम किया जा सके। इस बीच, नीतीश सरकार ने एक अहम फैसला लिया है, जिससे इन शिकायतों पर काबू पाया जा सके। सरकार ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में बड़े फेरबदल करते हुए 146 अधिकारियों का तबादला किया है। इस कदम का उद्देश्य न केवल सर्वे प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाना है, बल्कि लोगों की शिकायतों का शीघ्र समाधान करना भी है।

Bihar Land Reforms: बिहार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में बड़े स्तर पर 146 अधिकारियों का तबादला |
Bihar Land Reforms: बिहार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में बड़े स्तर पर 146 अधिकारियों का तबादला |

यह निर्णय जनता के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है, ताकि भूमि सर्वेक्षण कार्य में आने वाली सभी बाधाओं को दूर किया जा सके और सर्वेक्षण निष्पक्षता और सुचारु रूप से संपन्न हो सके।

काफी दिनों से तबादलों पर लगी थी रोक 

Bihar Land Reforms: नीतीश सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग पर लंबे समय से भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगते रहे हैं। विभाग के अंदर फैले भ्रष्टाचार के कारण आम जनता, विशेषकर गरीबों, को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आरोप है कि विभाग में होने वाले तबादलों में भी पैसों के लेन-देन का खेल चलता रहा है, जिससे सरकारी कामकाज प्रभावित हुआ है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर कई बार सख्त कदम उठाए हैं। यहां तक कि तबादलों में हो रहे अनियमितताओं को देखते हुए उन्होंने कई मौकों पर तबादलों पर रोक भी लगाई थी। सरकार की ओर से साफ संकेत दिए गए थे कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Bihar Land Reforms: राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल ने भी जुलाई महीने में विभाग में फैले भ्रष्टाचार को लेकर चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने साफतौर पर कहा था कि अंचलों में गरीबों का काम बिना रिश्वत दिए नहीं हो रहा है। यह बयान विभाग के अंदर चल रही धांधली को उजागर करता है, जिससे सरकार को बड़ा झटका लगा। इन परिस्थितियों को देखते हुए सरकार द्वारा हाल ही में अधिकारियों के तबादले और अन्य सख्त फैसले लिए गए हैं ताकि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके।

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