Bihar Bridge Collapse: बिहार में फिर पुल गिरने का सिलसिला शुरू, सीवान में गंडक नहर पर बना पुल ध्वस्त, आवागमन बाधित
Bihar Bridge Collapse: पटना : बिहार में पुल गिरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. 4 दिन पहले ही अररिया में पुल गिरने के बाद अब सीवान जिले से बड़ी खबर सामने आई है. यहां गंडक नहर पर बना पुल अचानक टूट गया है.
दरौंदा प्रखंड में पुल का पिलर धंसा
Bihar Bridge Collapse: जानकारी के अनुसार, सीवान के दरौंदा प्रखंड के रामगढ़ा पंचायत में पिलर धंसते ही पुल धड़ाम से गिर गया. पुल गिरने से इलाके में तेज आवाज हुई, जिससे हड़कंप मच गया. हादसे में फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
महाराजगंज और दरौंदा को जोड़ता था पुल
Bihar Bridge Collapse: यह पुल महाराजगंज प्रखंड के पटेढी बाजार और दरौंदा प्रखंड के रामगढ़ पंचायत को जोड़ता था. पुल टूटने से हजारों लोगों का आवागमन बाधित हो गया है.
40 साल पुराना था पुल, चंदे से बना था
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह पुल आज सुबह गिर गया. लोगों ने बताया कि इस पुल का निर्माण करीब 40-45 साल पहले हुआ था. पुल का निर्माण स्थानीय लोगों ने चंदा करके बनवाया था. बाद में कुछ सरकारी सहयोग मिला.
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लोगों की मांग, जल्द से जल्द बनाया जाए पुल
Bihar Bridge Collapse: लोगों का कहना है कि सरकार से हमारी मांग है जल्दी पुल को ठीक करवा दें ताकि आवागमन बाधित न हो. यह घटना बिहार में पुलों की खस्ता हालत को उजागर करती है. सरकार को पुलों की मरम्मत और देखरेख पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके.बता दें, 3 दिन पहले ही बिहार में करोड़ों की लागत से बना पड़रिया घाट पुल ध्वस्त हो गया था. लोगों के अनुसार पुल के एप्रोच रोड को बनाने और शुरू करने की तैयारी की जा रही थी कि तभी यह हादसा हो गया था. यह पुल बेहद अहम था क्योंकि इस रास्ते पर बने पुराने पुल की हालत पहले ही बहुत खराब थी और वह रास्ते से कट चुका है. लेकिन, उद्घाटन से पहले ही पुल टूट जाने से कई ग्रामीण कार्य विभाग पर सवाल उठने लगे हैं. वहीं इस मामले में ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने तत्काल प्रभाव से सहायक और कनिष्क अभियंता को सस्पेंड कर दिया है.
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Bihar Bridge Collapse: इससे पहले मार्च में सुपौल में केंद्र सरकार की सबसे बड़ी महत्वाकांक्षी भारत माला योजना के तहत कोसी नदी पर बकौर से भेजा घाट पुल का निर्माणाधीन हिस्सा गिरने से 1 मजदूर को मौत और 10 लोग घायल हो गए थे. ये हादसा 22 मार्च की सुबह के 7 बजे तब हुआ था. इससे पहले वर्ष 2023 में 4 जून को भागलपुर के सुल्तानगंज से खगड़िया के अगुवानी गंगा घाट पर बन रहे पुल के पिलर नंबर 10, 11 और 12 व सेगमेंट अचानक गिरकर नदी में बह गए थे. यह पुल 1710 करोड़ रुपए की लागत से फोरलेन पुल बन रहा था.
18 जून को बकरा नदी पर बना पुल गिरा था
बता दें कि 18 जून को अररिया जिले सिकटी प्रखंड में बकरा नदी पर बना पुल उद्घाटन से पहले ही पुल ध्वस्त हो गया था। 182 मीटर का पुल कुल तीन हिस्सों में बना था। दो पाए के साथ दो हिस्सा नदी में समा गया। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क निर्माण योजना के तहत बने इस पुल की लागत 7.79 करोड़ रुपये थी। 182 मीटर लंबे इस पुल का निर्माण 2021 में शुरू हुआ था। शुरुआती दौर में यह 7 करोड़ 80 लाख की लागत का था, लेकिन बाद में नदी की धारा बदलने और एप्रोच सड़क को लेकर कुल 12 करोड़ की लागत का हो गया था।